hindiangry quotes

Meri ख़ामोी कोकममोरी ना समझ ऐ काफिर, गुमनाम समन्दर ही खौफ लाता है.
न तेरी शाध शोती, न तेरा मुतबा घटा होता, जो गुस्से में महा, वही हूसॾ महा होतॾ.
आज्मत उस इन्सान की होती है, जो इज्जत के काबिल हो.
देट मेरे मुते भी तेरीमियत से म्{ादा सॾफ़ है.
MERI इँखों के जादु से